शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					धूसर 					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√धू+सरन्] १. धूल के रंग का। भूरे या मटमैले रंग का। खाकी। २. जिसमें धूल लगी या लिपटी हो। पुं० १. पीलापन लिये सफेद अर्थात भूरा या मटमैला रंग। २. गधा। ३. ऊँट। ४. कबूतर। ५. एक व्यापारिक जाति, जिसे कुछ लोग वैश्यों में और कुछ लोग ब्राह्मणों में मानते हैं। ढूसर। 				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					धूसर-पत्रिका 					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० ब० स०, ङीष्+कन्, टाप् ह्रस्व] हाथीसूँड़ का पौधा। 				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					धूसरच्छदा 					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० ब० स०, टाप्] एक प्रकार का पौधा, जिसे बुहना या बोहना भी कहते हैं। 				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					धूसरा 					 :
				 | 
				
					वि० [सं० धूसर] [स्त्री० धूसरी] १. धूल के रंग का। मटमैला। खाकी। २. जिस पर धूल पड़ी या लगी हो। धूल से सना हुआ। स्त्री० [सं०] पांडुफली। 				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					धूसरित 					 :
				 | 
				
					वि० [सं० धूसर+इतच्] १. धूल लगने के कारण जो मैला-कुचैला हो गया हो। धूल से लिपटा हुआ। २. भूरे या मटमैले रंग का। 				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					धूसरी 					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०] किन्नरियों का एक वर्ग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |